I was Reading news and come accross the article which mentions the Fake university list published by UGC , surprisingly it mentions lots of old and sanksrit university also. I am pained to see this . What we can do about it ?
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन यानी कि यूजीसी ने ऐसे फर्जी विश्वविद्यालयों और संस्थानों की सूची जारी की है, जिनके चक्कर में पड़कर कई छात्र मुश्किल में पड़ जाते हैं.
ये विश्वविद्यालय तमाम विषयों पर ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन कोर्स तो करवाते हैं, लेकिन ये किसी केंद्रीय, राज्य या यूजीसी एक्ट के तहत रजिस्टर नहीं होते हैं. नतीजतन इनकी डिग्रियों की कोई मान्यता नहीं होती और छात्रों का भविष्य अधर में लटक जाता है.
यूजीसी की साल 2013 के लिए फर्जी विश्वविद्यालयों और संस्थानों की राज्यवार सूची:
बिहारमैथिली यूनिवर्सिटी, विश्वविद्यालय, दरभंगा, बिहार
दिल्ली
वाराणसी संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी (यूपी) जगतपुरी, दिल्ली
कॉमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज, दिल्ली
यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी, दिल्ली
वोकेशनल यूनिवर्सिटी, दिल्ली
एडीआर- सेंट्रल ज्यूरीडीशियल यूनिवर्सिटी, एडीआर हाउस, 8जे, गोपाला टावर 25 राजेंद्र प्लेस, नई दिल्ली- 110 008
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग, नई दिल्ली
कर्नाटक
बड़ागानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी, गोकक, बेलगाम, कर्नाटक
केरल
सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी, किशनत्तम, केरल
मध्य प्रदेश
केसरवानी विद्यापीठ, जबलपुर, मध्य प्रदेश
महाराष्ट्र
राजा अरेबिक यूनिवर्सिटी, नागपुर, महाराष्ट्र
तमिलनाडु
डीडीबी संस्कृत यूनिवर्सिटी, पुटूर, त्रिची, तमिलनाडु
पश्चिम बंगाल
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अलटरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता
उत्तर प्रदेश
महिला ग्राम विद्यापीठ/विश्वविद्यालय प्रयाग, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉमप्लेक्स होमियोपैथी, कानपुर, उत्तर प्रदेश
नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी), अचलतल, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय, कोसी कालन, मथुरा, उत्तर प्रदेश
महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश
इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, इंस्टीट्यूशनल एरिया, खोड़ा, माकनपुर, नोएडा फेस-2, उत्तर प्रदेश
गुरुकुल विश्वविद्यालय, वृंदावन, उत्तर प्रदेश
यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन यानी कि यूजीसी ने ऐसे फर्जी विश्वविद्यालयों और संस्थानों की सूची जारी की है, जिनके चक्कर में पड़कर कई छात्र मुश्किल में पड़ जाते हैं.
ये विश्वविद्यालय तमाम विषयों पर ग्रैजुएशन और पोस्ट ग्रैजुएशन कोर्स तो करवाते हैं, लेकिन ये किसी केंद्रीय, राज्य या यूजीसी एक्ट के तहत रजिस्टर नहीं होते हैं. नतीजतन इनकी डिग्रियों की कोई मान्यता नहीं होती और छात्रों का भविष्य अधर में लटक जाता है.
यूजीसी की साल 2013 के लिए फर्जी विश्वविद्यालयों और संस्थानों की राज्यवार सूची:
बिहारमैथिली यूनिवर्सिटी, विश्वविद्यालय, दरभंगा, बिहार
दिल्ली
वाराणसी संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी (यूपी) जगतपुरी, दिल्ली
कॉमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज, दिल्ली
यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी, दिल्ली
वोकेशनल यूनिवर्सिटी, दिल्ली
एडीआर- सेंट्रल ज्यूरीडीशियल यूनिवर्सिटी, एडीआर हाउस, 8जे, गोपाला टावर 25 राजेंद्र प्लेस, नई दिल्ली- 110 008
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग, नई दिल्ली
कर्नाटक
बड़ागानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी, गोकक, बेलगाम, कर्नाटक
केरल
सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी, किशनत्तम, केरल
मध्य प्रदेश
केसरवानी विद्यापीठ, जबलपुर, मध्य प्रदेश
महाराष्ट्र
राजा अरेबिक यूनिवर्सिटी, नागपुर, महाराष्ट्र
तमिलनाडु
डीडीबी संस्कृत यूनिवर्सिटी, पुटूर, त्रिची, तमिलनाडु
पश्चिम बंगाल
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अलटरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता
उत्तर प्रदेश
महिला ग्राम विद्यापीठ/विश्वविद्यालय प्रयाग, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉमप्लेक्स होमियोपैथी, कानपुर, उत्तर प्रदेश
नेताजी सुभाष चंद्र बोस यूनिवर्सिटी (ओपन यूनिवर्सिटी), अचलतल, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय, कोसी कालन, मथुरा, उत्तर प्रदेश
महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय, प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश
इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, इंस्टीट्यूशनल एरिया, खोड़ा, माकनपुर, नोएडा फेस-2, उत्तर प्रदेश
गुरुकुल विश्वविद्यालय, वृंदावन, उत्तर प्रदेश