| जरा चुकीचे... जरा बरोबर...... | ||||
| जरा चुकीचे, जरा बरोबर , बोलू काही..... | ||||
| चला दोस्त हो ; आयुष्या वर बोलू काही...... | ||||
| उगाच वळसे शब्दांचे हे देत रहा तू .. | ||||
| उगाच वळसेे शब्दांचे हे देत रहा तू .... | ||||
| भीडले नाहीत डोळे तोवर , बोलू काही...... | ||||
| चला दोस्त हो ; आयुष्या वर बोलू काही.......... | ||||
| तूफान पाहून तीरा वर , कुजबुज्ल्या होडया .. | ||||
| तूफान पाहून तीरा वर , कुजबुज्ल्या होडया .... | ||||
| पाठ फीरू दे त्याची, नंतर बोलू काही........ | ||||
| चला दोस्त हो ;आयुष्या वर बोलू काही.......... | ||||
| हवे-हवे से दुखः तुला जर, हवेच आहे .. | ||||
| हवे-हवे से दुखः तुला जर, हवेच आहे .... | ||||
| नको-नको से हळवे कातर, बोलू काही....... | ||||
| चला दोस्त हो ; आयुष्या वर बोलू काही.......... | ||||
| "उदया-उदया" ची कीती काळजी , बघ रांगेतुन.. | ||||
| "उदया-उदया "ची कीती काळजी , बघ रांगेतुन.... | ||||
| "परवा" आहे "उदया"च नंतर, बोलू काही........ | ||||
| चला दोस्त हो ; आयुष्या वर बोलू काही.......... | ||||
| श्ब्द असू दे हातां मध्ये, काठी म्हनुनी.. | ||||
| श्ब्द असू दे हातां मध्ये, काठी म्हनुनी.... | ||||
| वाट आंधळी, प्र्वास खडतर ,बोलू काही ....... | ||||
| चला दोस्त हो , आयुष्या वर बोलू काही.......... | ||||
| चला दोस्त हो , आयुष्या वर बोलू काही.......... | ||||
| * संदीप खरे | ||||
सुखदुःखे समे कृत्वा लाभालाभौ जयाजयौ। ततो युद्धाय युज्यस्व नैवं पापमवाप्स्यसि॥२- ३८॥ Bhagavad Gita सुख दुख को, लाभ हानि को, जय और हार को ऐक सा देखते हुऐ ही युद्ध करो। ऍसा करते हुऐ तुम्हें पाप नहीं मिलेगा॥
Sunday, June 30, 2013
चला दोस्त हो , आयुष्या वर बोलू काही..........
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment